लेखनी प्रतियोगिता -10-Jun-2022
“रंग बिरंगे मुखौटे”
दुनिया है बड़ी अनोखी,
पहने लोग नक़ाब अनेक|
कोई पहने मासूमियत का चोला,
कोई औढ़े चादर अमीरी की ।
कंही लोग दिखाए अहम,
तो कंही कोई निभाए धर्म।
कभी बहाते नक़ली आँसू,
कभी करते दिखावे का दान।
ईमानदारी का मुखौटा है अनमोल,
सच्चाई का कंही ना कोई मोल।
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Seema Priyadarshini sahay
11-Jun-2022 04:40 PM
बेहतरीन रचना
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Abhinav ji
11-Jun-2022 09:21 AM
Nice👍
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Punam verma
11-Jun-2022 08:43 AM
Nice
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